तुम
मेरी साँसों में जो दहक है
उसमें तुम्हारी महक है
संगीत में जो धनक है
क्या वो तुम्हारी ही आवाज़ की खनक है
मेरी आसुओं में जो असर है
तुझसे दूरी का कसर है
मेरी चाल में जो रवानी है
तुम्हारी पल-पल की कहानी है
मेरी खुली आज़ाद हंसी
में हैं तेरी ख्वाहिशें बसीं
मैं जो भी जैसी भी बनी हूँ
तुम्हारी मिट्टी में ही सनी हूँ
और तुम कहते हो मैं तुम्हें याद नहीं करती?
this just SEEMS like an 'ode', an ode to love basically..
ReplyDeletelike i told you earlier itself.. :)
it brings out an emotion which is hard to be put into words..
Main jo bhi jaisi bhi bani hoon,
ReplyDeleteTumhari mitti main sani hoon.
Brilliant lines.The imagery is wowsome!
Write lots more - we all deserve your words.
Ramen
"Do you love me ?", he asked.
ReplyDelete"Do you need an answer?", she said.
"I guess not", he said.
"I guess so", she said.